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प्रधानमंत्री ने दिया जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान’ का मंत्र

| Updated: August 15, 2022 10:07

प्रधानमंत्री ने नया नारा देते हुए कहा कि अब ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान’ (Jai Jawan, Jai Kisan, Jai Vigyan and Jai Anusandhan )होगा। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत(Self reliant india) सरकारी एजेंडा या कार्यक्रम नहीं है, यह जनआंदोलन (Mass movement) है। 76वां स्वतंत्रता दिवस (Independence day) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi )ने दिल्ली के प्रतिष्ठित लाल किले (Red Fort) पर 9वीं बार ‘तिरंगा’ फहराया। परंपराओं को जारी रखते हुए वह लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते उन्होंने कहा कि देश ही नहीं, दुनिया के हर कोने में आन-बान और शान के साथ तिरंगा लहरा रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि ये गांधी, बोस, अंबेडकर को याद करने का समय है। उन्होंने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है। आज पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान 25 साल के पांच संकल्प पर जोर दिया , जिसमे

  1. विकसित भारत( Developed India)
  2. शत-प्रतिशत गुलामी के विचार से मुक्ति (Freedom from the idea of 100% slavery)
  3. विरासत में गौरव(Pride in Heritage)
  4. एकजुटता और एकता (Solidarity and Unity )
  5. नागरिकों के कर्तव्य ( Duties of Citizens )

पीएम मोदी ने कहा कि भारत का कोई कोना नहीं था, ऐसा कोई समय नहीं था जब देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों तक गुलामी के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ी, अपनी जान नहीं गंवाई, अत्याचार नहीं सहे, बलिदान नहीं दिया, आज हम सभी ऐसे महापुरुष हैं ( महात्मा) सभी देशवासियों के लिए। गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भीमराव अंबेडकर, वीर सावरकर) हर शहीद और बलिदान को नमन करने का अवसर है।

देश मंगल पांडे, तात्या टोपे, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद, अशफाक उल्लाह खान, राम प्रसाद बिस्मिल (Mangal Pandey, Tatya Tope, Bhagat Singh, Sukhdev, Rajguru, Chandrashekhar Azad, Ashfaq Ullah Khan, Ram Prasad Bismil )जैसे अनगिनत क्रांतिकारियों का आभारी है जिन्होंने ब्रिटिश शासन British rule की नींव हिला दी। उन्होंने कहा कि भारत लोकतंत्र की जन्मस्थली है India is the birthplace of democracy । लोकतंत्र की माँ। लोकतंत्र की जननी दुनिया के बड़े-बड़े राज्यों के लिए भी संकट का दौर लेकर आती है, जब लोकतंत्र की जड़ वाली सत्ता छोड़ने का फैसला करती है।

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