गुजरात विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही नेताओं के दलबदल की खबरें सूत्रों के हवाले से कई मीडिया हाउस में जगह बनाती हैं इनमें से कुछ खबरे सही साबित होती हैं तो कुछ अफवाह। लेकिन अफवाह के कारण विधायको की हालत ख़राब हो जाती है जो किसी दूसरे दल में जाने के लिए संपर्क में नहीं होते ,वह ना तो अपनी पार्टी में विश्वसनीय होते और ना ही मतदाताओं के बीच। हाल ही में कांग्रेस के कई विधायकों के भाजपा में शामिल होने की खबर आयी जबकि उन्हें पता नहीं था कि वे भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं, लेकिन यह खबर फैल गई है और उन्हें डैमेज कंट्रोल एक्सरसाइज करनी पड़ रही है ताकि मतदाताओं के ध्यान में आने पर गलत संदेश न पहुंचे।
दलबदल की सूची में शामिल कांग्रेस विधायक इंद्रजीत सिंह परमार ने वाइब्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में कहा कि हमारे अच्छे काम मीडिया में नहीं दिखाते हैं और झूठी खबरें पेश करते हैं हमें लोंगो के बीच जाकर सफाई देनी पड़ती हैं , लोग आधी रात को फोन करते हैं, सवाल पूछते हैं।
उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता और विशेष रूप से खेड़ा जिले के महुधा क्षेत्र के मतदाता मेरे द्वारा उन पर किए गए भरोसे के कारण कांग्रेस विधायक चुने गए हैं और महुधा क्षेत्र के लोगों ने भी, जो 1990 से अडिग रहे हैं, कांग्रेस के विधायक चुने गए हैं. कांग्रेस पार्टी और मेरे पिता नटवर सिंह ठाकोर को चुना।इसलिए मैं अपने महुधा क्षेत्र के लोगों के साथ किसी भी तरह से विश्वासघात नहीं करने जा रहा हूं और मैं कांग्रेस पार्टी का एक वफादार सिपाही हूं और साथ ही अपने में कांग्रेस पार्टी के प्रति वफादारी का एक उत्कृष्ट उदाहरण हूं। वर्षों से परिवार और पार्टी ने हम पर जो विश्वास रखा है उसके लिए मैं पार्टी का आभारी हूं। मैं महुधा क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी के साथ विश्वासघात नहीं करने जा रहा हूं और मैं किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं होऊंगा। वर्तमान में मीडिया में जो खबर प्रसारित की गई है वह बिल्कुल झूठी है इसलिए मैं अपने लोगों से इस मामले पर ध्यान न देने की अपील करता हूं।
कपडवंज के कांग्रेस विधायक कालूसिंह डाभी ने वाइब्स ऑफ इंडिया को बताया कि अखबार में गलत संदेश गलत नाम से क्षेत्र में जाता है, लेकिन क्षेत्र के लोग हम पर भरोसा करते हैं। हम उन लोगों के खिलाफ बगावत नहीं कर सकते, जिन्होंने हमारा नाम छापा है। अखबार और हमने एक पत्र लिखा है कि आधारहीन खबर नहीं चलाएं। हम कांग्रेस में रहेंगे। इससे कांग्रेस विधायकों के प्रति मतदाताओं में गलत संदेश जाता है, अफवाह का मतदाताओं पर बुरा प्रभाव पड़ता है, ऐसे झूठ फैलाने से मीडिया में और लोगों के बीच इस बात की चर्चा होती है कि अगर कोई अच्छा आदमी पार्टी में शामिल होना चाहता है, तो ऐसी अफवाहें उसका मनोबल तोड़ देती हैं।
भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री ने भी चार दिन पहले सोशल मीडिया पर फैली खबरों का खंडन किया था। कुंवरजी बावलिया ने संदेश दिया कि भारतीय जनता पार्टी के सक्षम और शीर्ष नेतृत्व से प्रभावित होकर मैं भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुआ हूं और हमेशा रहूंगा। पार्टी ने सम्मानपूर्वक मुझे एक बहुत ही महत्वपूर्ण कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी, जिसके लिए मैं पार्टी का बहुत आभारी हूं। इस कार्यकाल में सभी को साथ रखकर मैंने प्रजाहित के उन कार्यों को ईमानदारी और ईमानदारी से किया, जिन पर मुझे गर्व है। मेरे कांग्रेस में शामिल होने की निराधार खबर पिछले कुछ समय से बिना किसी तथ्य के प्रसारित हो रही है। मेरी प्रार्थना है कि ईश्वर इस तरह की अफवाह फैलाने वाले तत्वों को सद्बुद्धि प्रदान करें।
इसी तरह खेड़ब्रम्ह के विधायक आश्विन कोतवाल को लेकर भाजपा में शामिल होने की तारीख भी तय हो गयी थी , लेकिन मीडिया में ही , इसी तरह व्यारा के कांग्रेस विधायक सुबह सोकर उठे तो उन्हें एक अख़बार से पता चला की वह भाजपा में शामिल हो रहे हैं। जिसकी सफाई उन्हें उसी दिन जिला कांग्रेस समिति की बैठक में देनी पड़ी ,कांग्रेस के कम से कम 9 विधायक ऐसे हैं जिन्हे मीडिया से भाजपा में जाने का पता चला। पुना जी गामित के मुताबिक यह माइंड गेम खेलते हैं किसी के कहने पर ,कम से कम जिससे बात होती है उससे पूछ तो लेना चाहिए।