वॉशिंगटन: अमेरिका के विदेश मंत्रालय (US State Department) ने बुधवार को घोषणा की कि स्टूडेंट वीज़ा आवेदनों की प्रोसेसिंग एक बार फिर शुरू कर दी गई है, जिसे पहले अस्थायी रूप से नए स्क्रीनिंग प्रोटोकॉल के चलते रोक दिया गया था।
नए दिशानिर्देशों के तहत, अब सभी आवेदकों को अपने सार्वजनिक सोशल मीडिया अकाउंट्स की जानकारी सरकार को देनी होगी, ताकि अधिकारी उनकी ऑनलाइन गतिविधियों और पोस्ट्स की समीक्षा कर सकें। यदि किसी पोस्ट में अमेरिकी सरकार, लोगों, संस्थानों, संस्कृति या मूल सिद्धांतों के खिलाफ विचार पाए जाते हैं, तो उन्हें वीज़ा देने से इनकार किया जा सकता है।
“सोशल मीडिया की कड़ी जांच से यह सुनिश्चित होगा कि हमारे देश में आने की कोशिश कर रहा हर व्यक्ति सही तरीके से जांचा गया है,” विदेश विभाग ने एक बयान में कहा।
एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप प्रशासन ने पिछले महीने इंटरव्यू शेड्यूलिंग पर रोक लगा दी थी ताकि नए जांच उपायों को लागू किया जा सके। अब यह रोक हटा ली गई है और अमेरिकी दूतावासों ने नए नियमों के तहत आवेदनों को स्वीकार करना शुरू कर दिया है।
भारत, चीन, मैक्सिको और फिलीपींस जैसे देशों के छात्र, जो लंबे समय से वीज़ा अपॉइंटमेंट पोर्टल्स को बार-बार रिफ्रेश कर रहे थे, अब शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले वीज़ा मंज़ूरी पाने की दौड़ में लग गए हैं।
यह नई नीति स्टूडेंट वीज़ा प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाती है, जिसमें अब छात्रों की डिजिटल उपस्थिति की भी गहन जांच की जाएगी। इसका असर अमेरिका में पढ़ाई का सपना देखने वाले हज़ारों अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर पड़ सकता है।
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