नई दिल्ली/तेहरान। ईरान की राजधानी तेहरान पर इजरायली ड्रोन और मिसाइल हमलों के बीच भारत सरकार ने मंगलवार को एक नई एडवाइजरी जारी की है। इसमें तेहरान में रह रहे भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों (PIOs) से शहर छोड़ने की अपील की गई है।
भारतीय दूतावास ने कहा है कि जो लोग अपने संसाधनों से शहर छोड़ सकते हैं, वे बिना देरी किए सुरक्षित स्थानों की ओर निकल जाएं।
दूतावास की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया, “सभी भारतीय नागरिकों और पीआईओ को सलाह दी जाती है कि यदि वे अपने संसाधनों से तेहरान से बाहर सुरक्षित स्थान पर जा सकते हैं, तो तुरंत वहां जाएं।”
इसके साथ ही दूतावास ने उन भारतीय नागरिकों से संपर्क करने की अपील की है, जिन्होंने अब तक दूतावास में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है।
दूतावास ने कहा, “जो भी भारतीय नागरिक तेहरान में हैं और दूतावास से संपर्क में नहीं हैं, वे तत्काल भारतीय दूतावास से संपर्क करें और अपनी लोकेशन तथा संपर्क नंबर साझा करें।” इसके साथ तीन आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर भी साझा किए गए हैं: +98 9010144557, +98 9128109115, +98 9128109109
तेहरान से निकाले जा रहे हैं भारतीय नागरिक
तेहरान में हालात बिगड़ने के बाद भारत ने वहां से अपने नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात 110 भारतीयों का पहला दल ईरान से अर्मेनिया के रास्ते निकला।
भारत ने ईरान से अपील की थी कि वहां फंसे लगभग 10,000 भारतीय छात्रों को सुरक्षित बाहर निकलने में मदद की जाए। इसके जवाब में ईरान ने बताया कि उसके एयरस्पेस के बंद होने के कारण छात्र अज़रबैजान, तुर्कमेनिस्तान या अफगानिस्तान के ज़मीनी रास्तों से निकल सकते हैं।
इजराइल-ईरान संघर्ष: पांचवें दिन भी जारी रही बमबारी
इजराइल और ईरान के बीच हवाई हमले मंगलवार को पांचवें दिन भी जारी रहे। ईरानी मीडिया के मुताबिक, तेहरान में तेज धमाके और एयर डिफेंस सिस्टम की सक्रियता देखी गई। ईरानी न्यूक्लियर साइट नतान्ज़ के पास भी हमले की खबरें सामने आईं।
इजराइल में भी आधी रात को तेल अवीव में सायरन बजे, हालांकि किसी मिसाइल हमले की पुष्टि नहीं हुई।
ईरान का दावा है कि पांच दिनों में उसके 224 नागरिक मारे गए हैं, जबकि इजराइल ने 24 नागरिकों की मौत की पुष्टि की है। अब तक लगभग 3,000 इजरायली नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
ट्रंप का बयान और मध्यस्थता की कोशिशें
ईरान ने ओमान, कतर और सऊदी अरब से अपील की है कि वे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर युद्धविराम के लिए दबाव डालने को कहें। बदले में ईरान ने संकेत दिया है कि वह परमाणु वार्ताओं में कुछ नरमी दिखा सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा में हो रहे G7 समिट को बीच में छोड़कर अमेरिका लौटते ही एक हाई-लेवल बैठक बुलाई। इससे पहले उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चेतावनी देते हुए लिखा:
“ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकते। सभी लोग तुरंत तेहरान खाली करें।”
यह भी पढ़ें- AI 171 विमान हादसा: क्या इलेक्ट्रिकल सिस्टम फेलियर बना दुर्घटना की वजह? कई थ्योरीज़ पर हो रही जांच