नई दिल्ली/तेल अवीव/तेहरान: शनिवार को तड़के ईरान और इज़राइल के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया जब ईरान ने तेल अवीव और यरुशलम पर मिसाइलें दागीं, जिसके तुरंत बाद इज़राइल ने तेहरान पर जवाबी हवाई हमले किए। इस क्रॉस-बॉर्डर हमले में अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों घायल हुए हैं। हालात तेजी से एक व्यापक युद्ध की ओर बढ़ते दिख रहे हैं।
इज़राइल ने शुक्रवार को ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ की शुरुआत करते हुए ईरान के परमाणु ठिकानों, शीर्ष सैन्य कमांडरों और अहम इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया। इसके जवाब में ईरान ने शनिवार सुबह ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस’ के तहत तेल अवीव पर मिसाइलें दागीं, जिसमें 1 व्यक्ति की मौत हुई और 34 घायल हुए।
मुख्य घटनाक्रम:
- तेल अवीव और यरुशलम में धमाके:
ईरान के जवाबी हमले में तेल अवीव और यरुशलम में विस्फोट हुए। इज़रायली सेना ने कई मिसाइलों को इंटरसेप्ट किया, लेकिन कुछ मिसाइलें शहरों तक पहुंच गईं। शहरों में सायरन गूंजने लगे और दहशत का माहौल बन गया। - तेहरान में इज़राइली जवाबी हमला:
इसके बाद इज़राइल ने तेहरान में दोबारा हवाई हमले किए। स्थानीय मीडिया के अनुसार, दो मिसाइलें मेहराबाद एयरपोर्ट पर गिरीं, जो ईरानी सैन्य और राजनीतिक केंद्रों के पास स्थित है। वहां आग लगने की भी खबर है। - नेतन्याहू की चेतावनी:
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह अभियान अभी शुरू हुआ है और इसका मकसद ईरान के परमाणु खतरे को खत्म करना है। उन्होंने ईरानी शासन को “हत्यारा और अत्याचारी” बताया। - ईरान के सर्वोच्च नेता का जवाब:
ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए इज़राइल को “भारी कीमत चुकाने” की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि इज़राइली हमले से “इस्राइल का विनाश तय” है। - अमेरिका की भूमिका और ट्रंप की प्रतिक्रिया:
अमेरिका ने कहा कि वह सीधे तौर पर इन हमलों में शामिल नहीं है, लेकिन क्षेत्र में तैनात अमेरिकी डिफेंस सिस्टम ने ईरानी मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने में मदद की। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “हम सब जानते थे क्या होने वाला है, और मैंने ईरान को बचाने की बहुत कोशिश की।” - हमले की तैयारी नवंबर 2024 से:
इज़रायली सेना ने खुलासा किया कि यह हमला पहले से योजनाबद्ध था और नवंबर 2024 में हिज़्बुल्ला प्रमुख हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद से इसकी तैयारी चल रही थी। - ईरान के तीन शीर्ष सैन्य अधिकारियों की मौत:
शुक्रवार को इज़राइली हमले में ईरान के तीन वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मारे गए:- जनरल मोहम्मद बाकेरी (सशस्त्र बलों के प्रमुख)
- जनरल हुसैन सलामी (रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर)
- जनरल अमीर अली हाजीज़ादेह (बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम प्रमुख)
- संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक प्रतिक्रिया:
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से तत्काल युद्धविराम और कूटनीति की अपील की। वहीं इज़राइल के UN दूत ने कहा कि जब तक ईरान से खतरा पूरी तरह खत्म नहीं होता, ऑपरेशन जारी रहेगा। - भारत की प्रतिक्रिया:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेतन्याहू से फोन पर बात की और स्थिति की जानकारी ली। भारत सरकार ने कहा कि वह हालात पर करीब से नजर रख रही है और सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की।
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