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राजकोट: विश्वविद्यालय के छात्रावास में छात्र के साथ दुष्कर्म

| Updated: October 22, 2022 2:34 pm

राजकोट शहर (Rajkot city) के एक निजी विश्वविद्यालय में रैगिंग (ragging) का एक भयानक मामला सामने आया है, जिसमें 19 वर्षीय एक छात्र के नहाने के नग्न वीडियो के साथ ब्लैकमेल करने के बाद पांच अन्य छात्रों द्वारा कथित तौर पर उसके साथ अप्राकृतिक रूप से दुष्कर्म किया गया।

घटना की सूचना मोरबी रोड (Morbi Road) स्थित मारवाड़ी विश्वविद्यालय (Marwadi University) के छात्रावास से मिली और पुलिस ने पांच में से तीन छात्रों को हिरासत में लिया है। आरोपियों में से एक नाबालिग है और उसे हिरासत में लिया जाना बाकी है। 20 अक्टूबर की रात, पीड़ित के पिता ने कुवाड़वा रोड पुलिस स्टेशन (Kuvadva Road police station) में शिकायत दर्ज कराई, जब उसका बेटा परिवार के सामने अपनी आपबीती सुनाई।

दो दिन पहले लड़के ने अपनी बड़ी बहन से संपर्क किया और गुहार लगाई कि वह अस्पताल में नहीं रहना चाहता। उसने कुछ गड़बड़ महसूस किया और अपने पिता को सूचित किया। गुरुवार को जब दोनों उससे मिलने गए, तो उसने रैगिंग (ragging) के बारे में खुलासा किया।

शिकायत में कहा गया है कि उनमें से तीन ने पिछले महीने नहाते समय उसका नग्न वीडियो रिकॉर्ड किया था। उन्होंने धमकी दी कि अगर उन्होंने उनके निर्देशों का पालन नहीं किया तो वीडियो को सोशल मीडिया (social media) पर प्रसारित कर देंगे।

इसके बाद चारों आरोपियों ने उसे तीन विकल्प दिए, उसका प्राइवेट पार्ट (private part) काट दिया जाए, उसके कान काट दिए जाए या हॉस्टल की छत से वह छलांग लगा दे। जब पीड़ित रोने लगा और उनसे विनती की तो आरोपी ने उससे कहा कि उनके पास एक और विकल्प है जिसके लिए उसे राजी होना चाहिए।

प्राथमिकी के विवरण के अनुसार, उन्होंने कथित तौर पर उसे कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया और उसके गुदा पर सैनिटाइज़र, शहद और पाउडर लगाया। उन्होंने कथित तौर पर उसके प्राईवेट पार्ट में एक पेंसिल और टूथब्रश डाला। शिकायत में कहा गया है कि यह यातना तीन घंटे तक चली।

पुलिस उपायुक्त (जोन -1) सज्जनसिंह परमार (Sajjansinh Parmar) ने कहा कि पांच छात्रों पर आईपीसी की धारा 377 (अप्राकृतिक यौन संबंध), 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना) और अन्य के तहत मामला दर्ज किया गया है। “उनमें से तीन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है और हम मामले की विस्तार से जांच कर रहे हैं। पीड़ित को मेडिकल जांच (medical examination) के लिए भेजा गया था,” परमार ने कहा। सभी आरोपी और पीड़ित सौराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों के रहने वाले हैं।

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