अहमदाबाद: अहमदाबाद नगर निगम (AMC) की सतर्कता विभाग की पांच सदस्यीय जांच समिति ने VS अस्पताल में अवैध क्लिनिकल ट्रायल्स के आरोपों की जांच शुरू कर दी है।
AMC के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, पिछले चार वर्षों में SVP अस्पताल में 21 अधिकृत क्लिनिकल ट्रायल्स किए गए, जबकि उसी अवधि में VS अस्पताल में कथित तौर पर 58 अवैध क्लिनिकल ट्रायल्स छिपकर किए गए। सूत्रों का कहना है कि इन ट्रायल्स में शामिल डॉक्टरों ने अपने व्यक्तिगत बैंक खातों में करोड़ों रुपये जमा किए।
महत्वपूर्ण बात यह है कि 2019 से SVP और VS अस्पताल एक ही परिसर में संचालित हो रहे हैं। उसी वर्ष जनवरी में दोनों अस्पतालों के लिए अलग-अलग अधीक्षक नियुक्त किए गए। VS अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों को धीरे-धीरे SVP अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जबकि VS अस्पताल में 500 बेड्स के लिए ठेके पर डॉक्टरों को नियुक्त किया गया। 2020 में COVID-19 महामारी के दौरान दोनों अस्पतालों ने मरीजों का इलाज किया।
इस मामले से परिचित अधिकारियों ने बताया कि 2021 के बाद VS अस्पताल में अवैध क्लिनिकल ट्रायल्स शुरू हुए, जब इन्हें निजी एथिक्स समिति से मंजूरी मिली, न कि नियामक चैनलों के माध्यम से। ये ट्रायल्स निजी फार्मास्युटिकल कंपनियों के लिए किए गए थे, और बताया जा रहा है कि डॉक्टरों के व्यक्तिगत बैंक खातों में 17 रुपए से 20 करोड़ रुपए की राशि जमा की गई।
जांच समिति कथित तौर पर VS अस्पताल के तत्कालीन अधीक्षक डॉ. मनीष पटेल और डॉ. देवांग राणा, जो कि सहायक प्रोफेसर थे और जिनका निलंबन पहले ही हो चुका है, के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि 2021 और 2022 में VS अस्पताल में एक ही समय में कई अवैध क्लिनिकल ट्रायल्स किए गए। हालांकि, SVP अस्पताल का प्रबंधन, जो मेडिकल एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है, को इन ट्रायल्स के बारे में जानकारी थी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।
जांच जारी है, और समिति वित्तीय रिकॉर्ड और क्लिनिकल ट्रायल डेटा की जांच कर रही है, जिससे जल्द ही और जानकारी सामने आ सकती है।
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